


मनोरंजन न्यूज़ डेस्क, बॉलीवुड के सबसे खूंखार खलनायकों में से एक अमरीश पुरी की आज यानी 12 जनवरी को 18वीं पुण्यतिथि है। उनका निधन 2005 में मुंबई में हुआ था। कहा जाता है कि अमरीश बॉलीवुड इंडस्ट्री में हीरो बनने आए थे, लेकिन फिल्म निर्माताओं ने उन्हें यह कहकर खारिज कर दिया था कि उसका चेहरा पत्थर जैसा था। उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी लेकिन उन्होंने अपने अंदर के कलाकार को मरने नहीं दिया और थिएटर में काम करना शुरू किया। लगभग 40 साल की उम्र में उन्होंने फिर से बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई और इस बार उन्हें सफलता भी मिली. उनके लिए कहा जाता है कि वह इंडस्ट्री में किसी से नहीं डरते थे और अपनी मर्जी से काम करते थे। फीस को लेकर उन्होंने कभी समझौता नहीं किया। बी-टाउन में उनके लिए ये मशहूर था कि कई बार उन्होंने हीरो से ज्यादा फीस लेकर फिल्मों में काम किया। आज इस पैकेज में हम आपको अमरीश पुरी के फिल्मी करियर और जिंदगी से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताने जा रहे हैं,
खबरों की मानें तो अमरीश पुरी ने 22 साल की उम्र में अपना पहला ऑडिशन दिया था, लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था, लेकिन उन्हें एक्टिंग का शौक था। रिजेक्ट होने के बाद उन्होंने कुछ साल थिएटर में काम किया। अमरीश पुरी को पहला ब्रेक 1970 में आई फिल्म प्रेम पुजारी से मिला। इस समय उनकी उम्र 40 वर्ष थी। पहला ब्रेक मिलने के बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किए। अमरीश पुरी ने रेशमा और शेरा, हलचल, हिंदुस्तान की कसम, सलाखें, निशांत, डाकू मंथन, भूमिका, पापी, अलीबाबा मरजीना, हमारे तुम्हारे जैसी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किए। उन्हें असली पहचान 1980 में आई फिल्म हम पांच से मिली थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अमरीश पुरी के लिए यह मशहूर था कि वे एक अनुशासित व्यक्ति थे। वह अपने हर रोल के लिए घंटों प्रैक्टिस करते थे। रिहर्सल के दौरान वह अपने किरदार में ढल जाते थे। कहा जाता है कि वह अपने रोल और डिमांड के हिसाब से फीस लेते थे और इस मामले में उन्होंने कोई समझौता नहीं किया, भले ही फिल्म हाथ से निकल जाए। कहा जाता है कि उन्होंने एनएन सिप्पी से एक फिल्म के लिए 80 लाख रुपये की फीस मांगी थी, लेकिन सिप्पी इस रकम के लिए तैयार नहीं हुए और उन्होंने फिल्म छोड़ दी।
अमरीश पुरी ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था- मैं जिस चीज का हकदार हूं वो मुझे मिलनी चाहिए। जब मैं अपने काम और परफॉर्मेंस से समझौता नहीं करता तो फीस से समझौता क्यों करूं। मेरी एक्टिंग से मेकर्स मालामाल होते हैं तो मुझे भी अपना हिस्सा पूरा मिलना चाहिए। बता दें कि अमरीश पुरी ने बॉलीवुड के हर सुपरस्टार के साथ काम किया। वहां उन्होंने अंधा कानून, नसीब, हीरो, मेरी जंग, तेरी मेहरबानियां, नगीना, मेरा धरम, लोहा, मिस्टर इंडियन, हवालात, वारिस, आज का अर्जुन, दयावान, त्रिदेव, घायल, किसान कन्हैया, राम लखन और जैसी फिल्में कीं। उनके करियर में और भी बहुत कुछ। सुपरहिट फिल्मों में काम किया।