

बॉलीवुड फिल्म निर्माता-निर्देशक और पटकथा लेखक चेतन आनंद का आज जन्मदिन है। बॉलीवुड आज जिस मुकाम पर है, उसे बनाने का श्रेय चेतन आनंद को जाता है। चेतन आनंद मशहूर अभिनेता देव आनंद के बड़े भाई थे। कहा जाता है कि चेतन आनंद की वजह से ही देव आनंद फिल्मों में आ सके। 3 जनवरी 1915 को पंजाब के गुरदासपुर में जन्मे चेतन आनंद बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।
चेतन आनंद ने अपने करियर की शुरुआत 1940 में की थी। पहले उन्होंने अशोक की पटकथा लिखी, जिसे वे मुंबई में निर्देशक फनी मजूमदार को दिखाने गए। निर्देशक फानी मजूमदार ने फिर उन्हें अपनी फिल्म राजकुमार के लिए मुख्य भूमिका में लिया। यह फिल्म 1944 में रिलीज हुई थी, जिसके बाद उन्होंने सोचा कि वे फिल्मों का निर्देशन करेंगे। फिर उन्होंने नाचा नगर का निर्देशन किया। फिल्म हिट हुई और 1946 के कान फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता। इसके बाद चेतन ने 1949 में अपने भाई देव आनंद के साथ नवकेतन फिल्म्स की स्थापना की।
चेतन की ज्यादातर फिल्मों में प्रिया राजवंश नजर आती थीं। प्रिया और चेतन एक दूसरे से प्यार करते थे। प्रिया हमेशा सुख-दुख में उनके साथ रहीं। दोनों जीवन भर साथ रहे, लेकिन कभी शादी नहीं की। 1967 में एक फिल्म ‘द लॉन्ग ड्युएल’ आई। इस फिल्म को रणवीर सिंह ने लिखा था। रणवीर चाहते थे कि फिल्म में प्रिया मुख्य भूमिका निभाएं। हालांकि, कुछ कारणों से यह फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई थी। कुछ दिनों बाद रणवीर ने चेतन से बात की और उन्हें बताया कि उनकी फिल्म के लिए एक नया चेहरा मिल गया है।
चेतन ने रणवीर से नए चेहरे की तस्वीर भेजने को कहा। चेतन को जब प्रिया राजवंश की तस्वीर मिली तो वह तस्वीर को देखता रह गया। चेतन और प्रिया का प्यार धीरे-धीरे परवान चढ़ा। कम ही लोग जानते होंगे कि प्रिया वंश ने ही उन्हें चेतन आनंद नाम दिया था। पहले उनका नाम वीर सुंदर सिंह था। प्रिया ने अपने करियर में ज्यादातर फिल्में चेतन के साथ कीं। इसी बीच चेतन और प्रिया एक-दूसरे के काफी करीब आ गए। चेतन पहले से शादीशुदा था और उसके दो बेटे हैं। लेकिन प्रिया के लिए उसने अपनी पत्नी उमा को छोड़ दिया और उसके साथ रहने लगा। फिर चेतन आनंद ने 1997 में 82 साल की उम्र में इस नश्वर दुनिया को अलविदा कह दिया।