2022 की विदाई और नए साल के आगमन की उलटी गिनती शुरू हो गई है। दो दिन बाद हम नए साल में जा चुके होंगे। इतिहास के चश्मे से देखेंगे तो बहुत कुछ मिलेगा। अगर 29 दिसंबर की बात करें तो इस दिन के नाम पर कई ऐतिहासिक घटनाएं दर्ज हैं। यह तिथि कई बड़ी घटनाओं की भी साक्षी रही। आइए कुछ प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं पर नजर डालते हैं।
29 दिसंबर की ऐतिहासिक घटनाएं
29 दिसंबर 1530 के दिन यानी आज ही के दिन हुमायूं ने बाबर से मुगल साम्राज्य की बागडोर अपने हाथ में ली थी ।
29 दिसंबर 1845 के दिन यानी आज ही के दिन टेक्सास गणराज्य को अमेरिका में विलय किए जाने के प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस ने मंजूरी दी थी ।
29 दिसंबर 1942 के दिन यानी आज ही के दिन हिंदी सिनेमा के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना का पंजाब के अमृतसर शहर में जन्म हुआ था. उनका वास्तविक नाम जतिन खन्ना था ।
29 दिसंबर1951 के दिन यानी आज ही के दिन अमेरिका के आणविक ऊर्जा आयोग के अधिकारियों ने आणविक ऊर्जा से बिजली उत्पादन के संबंध में पहली बार खुलासा किया था ।
29 दिसंबर 1972 के दिन यानी आज ही के दिन कलकत्ता मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था ।
29 दिसंबर 1975 के दिन यानी आज ही के दिन ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक कानून लागू कर महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार प्रदान किए गए थे ।
29 दिसंबर 1977 के दिन यानी आज ही के दिन बम्बई में ओपन एयर थिएटर ड्राइव इन आज ही के दिन खुला था. इसे उस समय दुनिया का सबसे बड़ा ओपन एयर थिएटर बताया गया था ।
29 दिसंबर 1984 के दिन यानी आज ही के दिन राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने आजाद भारत के संसदीय चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी. तब पार्टी को लोकसभा की 508 में से 401 सीटों पर जीत मिली थी ।
29 दिसंबर 1998 को ही कंबोडिया पर 1975 से 1979 के बीच नियंत्रण करने वाले कट्टरपंथी कम्युनिस्ट संगठन ख्मेर रूज के नेताओं ने उनके शासन के दौरान तकरीबन 15 लाख लोगों के मारे जाने पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी ।
29 दिसंबर 2001 के दिन यानी आज ही के दिन अमेरिका में न्यूयार्क के शहर बफेलो में 24 सितंबर को शुरू हुआ बर्फीला तूफान पांच दिन बाद थम गया और तकरीबन 82 इंच मोटी बर्फ की चादर के नीचे दबे शहर की खुदाई का काम शुरू हुआ था ।
29 दिसंबर 2008 के दिन यानी आज ही के दिन इजराइल की ओर से गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बनाने के बीच हमास के राकेट हमले में तीन इजराइलियों की मौत के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था ।
29 दिसंबर 2015 के दिन यानी आज ही के दिन पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इबोला से मुक्त घोषित किया. दो बरस पहले देश में इस घातक बीमारी का प्रकोप फैला था ।